Day: February 16, 2011
शुभ-लाभ
February 16, 2011
लोभी से लोभी व्यापारी भी अपनी दुकान में “शुभ-लाभ” लिखता है । पहले ‘शुभ’ यानि धर्म, फिर ‘लाभ’ यानि संसार । (श्री गौरव)
लोभी से लोभी व्यापारी भी अपनी दुकान में “शुभ-लाभ” लिखता है । पहले ‘शुभ’ यानि धर्म, फिर ‘लाभ’ यानि संसार । (श्री गौरव)
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