Day: May 28, 2011
तीर्थंकरों के अवधिज्ञान
May 28, 2011
तीर्थंकरों में देशावधि ज्ञान जन्म से ही होता है, दीक्षा लेते ही वह सर्वावधि में बदल जाता है। पं. रतनलाल जी बैनाड़ा
मंज़िल
May 28, 2011
मंज़िल मिल ही जायेगी, भटक कर ही सही, गुमराह तो वो हैं, घर से जो निकले ही नहीं । (श्री अंकुश)
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