Day: September 5, 2011
बादर वायुकायिक
September 5, 2011
बादर वायुकायिक बारहवें स्वर्ग तक पाये जाते हैं, उसके ऊपर यदाकदा पाये जाते हैं । (ऊपर के देव सांस बहुत बहुत अंतराल के बाद लेते
उत्तम शौच
September 5, 2011
लोभ का उल्टा, जो जीवन को पवित्र करे । पवित्रता दो प्रकार की है – 1. शारीरिक – जो तपस्या से आती है । 2.
Recent Comments