Month: October 2011
Count
Everyone knows how to count…, But, very few know – what COUNTS… (Shri Sanjay)
सांसारिक सुख
स्व. श्री होतीलाल जी (वरवाना) कई गांवों के जमींदार थे । उनके सेवक जब कोई गलती करते तो आप जूते उतार कर उनकी पिटाई कर
Award/Punishment
Don’t think why God does not grant all our wishes immediately, but thank God that he does not punish us immediately for all our mistakes.
भैया दौज
सीमा बहन का अपने भाई के नाम पत्र – “—इस पर्व पर यही शुभकामना है कि आप बाह्य से अंतरंग की यात्रा में सबके सहायक
मोक्ष-मार्ग
कल के दिन पहले श्री राम अपने घर वापिस आये, फ़िर इसी दिन श्री महावीर स्वामी मोक्ष गये मानो मोक्ष का रास्ता बता रहे हों
निर्वाण दिवस
दीपावली की पहली रात को आचार्यश्री ध्यान में बैठे और सुबह जब बाकी साधु और श्रावक लोग आये तो देखा कि आचार्यश्री की आँखें लाल
दीपावली महोत्सव
श्री आर. के. जैन ( Ad.Commissioner) के पास बहुत लोग दीपावली पर मिलने आते थे और बहुत सारी आतिशबाजी भी लाते थे । घर के
नियम/संयम
नियम/संयम सज़ा नहीं है, ये तो जीवन की सज़ावट के लिये होते हैं ।
पुरूषार्थी/आलसी
पुरूषार्थी का सोच – मैं चलूंगा, लोग मिलते चले जायेगें । आलसी का सोच – जब लोग चलेंगे, तब मैं चलूंगा ।
अच्छा/सपना
जो अच्छा है वह अपना, बाकी सब सपना है । मुनि श्री सौरभसागर जी
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