Month: April 2012
Smooth Journey
You will never reach your destination, if you stop and throw stones at every dog that barks. Better keep biscuits and move on. (Dr. Sudheer)
मंदिर
एक मंदिर दरवाजे पर लिखी लाईन : “यहाँ उन सवालों के ज़बाब मिलते हैं, जिसके ज़बाब Google पर नहीं मिलते ।” (श्री संजय)
दान
दान के लिये अपने पास बहुत होना जरूरी नहीं है, मन होना जरूरी है । समुद्र के पास इतना पानी है, पर उसमें से एक भी
पहले दो शुक्लध्यान
पहले दो शुक्लध्यान पूर्ण श्रुतकेवली के (उत्कृष्ट की अपेक्षा, साधारण रूप से 5 समिति तथा 3 गुप्ति धारी के भी) होते हैं । ये वितर्क
Positivity
If you think positively : Sound becomes Music.. Movement becomes Dance.. Smile becomes Laughter.. Mind Becomes Meditation .. Life becomes Celebration….. (Mr. Pranjal)
परोपकार
दूसरों के दु:खों में क्यों शरीक होना चाहिये ? ताकि अपने दु:खों को सहने का अभ्यास हो जाए । चिंतन
श्री महावीर जयन्ति या जन्म कल्याणक
जयन्ति तो साधारण मनुष्यों की मनाई जाती है, कल्याणक उन महापुरूषों का, जो अपना और सब जीवों कल्याण करने आते हैं, जैसे महावीर भगवान का आज
Happiness
There is no key to Happiness, the door is always open. St. Mother Teresa
दिखावा
जीवन में तो माता-पिता को पानी नहीं पिलाते, मरने पर गंगा में सिराने(बहाने) बड़े ठाटबाट से जाते हैं । आचार्य श्री विशुद्धसागर जी
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