Month: July 2012
Back Biting
The reason why people talk behind your back is- because you are ahead of them. (Mr. Mehul)
समता/ममता
समता की जरूरत तभी तक है, जब तक हमारे अंदर ममता (मोह) है । क्षु. श्री गणेशप्रसाद वर्णी जी
ANGER
When we are in ANGER.. We are just one letter short of DANGER.. While we are GOOD to others.. We are one letter more than
गुरू
गुरू के पीछे चलोगे तो, गुरूता आयेगी, गुरू की टांग खीचोगे, तो अपनी टांगो पर खड़े नहीं हो पाओगे । चिंतन
वितर्क/विवेक
वितर्क कैंची है, विवेक छ्लनी। वितर्क काटता है, विवेक छिलका उतारता है, अंदर का वास्तविक स्वरूप निकालता है, बाहरी प्रदूषण हटाता है । चिंतन
Destiny
You sow a thought, you reap an action, Reap an action, you sow a habit, Sow a habit, you reap a character, Sow a character,
सत्य/असत्य
अकबर : सत्य और असत्य में कितना फ़र्क होता है ? बीरबल : चार अंगुल का । कान से सुनी बात प्राय: असत्य, आँख से
वाणी
विज्ञान कहता है कि जीभ पर लगी चोट सबसे जल्दी ठीक होती है और ज्ञान कहता है कि जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती है
Sweetness Of Life
To taste the Sweetness Of Life, you must leave the bitterness of the past. (Dr. Sudheer)
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