Day: September 17, 2012
विकल्प
September 17, 2012
करोड़ो ज्ञानियों का एक ही विकल्प होता है, जबकि एक अज्ञानी के करोड़ों विकल्प होते हैं । (धर्मेंद्र)
विहायोगति
September 17, 2012
विहायोगति नामकर्म का उदय त्रस जीवों के पर्याप्त अवस्था में ही होता है । तत्वार्थसूत्र टीका – पं पन्नालाल जी
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