Month: October 2012

Existence of God

Someone asked a Philosopher – ‘How do you believe that God exists ?’ His smart answer was – ‘Absence of evidence is not the evidence

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बालक

बालक अपनी अपार शक्ति से लक्ष्य भेदने के लिये, माता पिता रूपी कमान को झुकाते हैं/उन्हें Use करते हैं । श्री ख़लील ज़िब्रान

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स्वर्ग/नरक

स्वर्ग और नरक में केवल दो रूपये का फ़र्क है । 100 Rs. की आय हो और खर्चा 99 Rs. का तो स्वर्ग है, 100

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Happiness

Happiness is not something you postpone for the future. It is something you design for the present. Make each moment a happy one. (Dr. Sudheer)

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तप

गृहस्थों के दो ही दुश्मन होते हैं – राग और द्वेष साधुओं का एक ही दुश्मन होता है – राग बाई जी

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हर्ष/शोक

मिट्टी के जिस बर्तन में तुम स्वादिष्ट भोज्य लेकर हर्षित हो रहे हो, वह कुम्हार की भट्टी में तपकर आता है । बांसुरी पहले छेद कराने

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साता/असाता

साता/असाता में से, हर समय किसी एक का उदय रहता है । इसमें हर्ष विषाद करने से और और बढ़ती है, समाप्त करने का तरीका

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Habit

You can not change your future… But you can change your habits… And surely your habits will change your future… Sri. Marco Polo

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दशहरा

यदि अपनी कमज़ोरियों पर विजय प्राप्त करलें तो दसों दिशायें हरी-भरी हो जायेंगी। चिंतन

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भक्ति/मन

मन लगाने के लिये सामूहिक क्रियायें करें, भक्ति अकेले में सबसे अच्छी होती है । आचार्य श्री विद्यासागर जी

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मंगल आशीष

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October 31, 2012