Month: October 2012
द्रव्यलिंगी
October 4, 2012
द्रव्यलिंगी मुनियों के गुणस्थान 1 से 5 तक होते हैं । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
साधक
October 4, 2012
साधक तो प्रभावक होगा ही, पर प्रभावक बाधक भी हो सकता है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
Better/Bitter
October 3, 2012
When things go wrong, do you get better or bitter ? (Mr. Sanjay)
सीमा
October 2, 2012
ज़िंदगी में उन Boundaries के अलावा कोई Boundaries नहीं होती, जो हम खुद तय करते हैं । (श्री धर्मेंद्र)
क्षमाभाव
October 1, 2012
लफ़्ज़ ही एक ऐसी चीज़ है, जिसकी वज़ह से या तो इंसान दिल में उतर जाता है, या दिल से उतर जाता है । अगर
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