Day: November 8, 2012
ज़िंदगी
November 8, 2012
दो दिन की ज़िंदगी है, इसे दो उसूलों से जिओ – रहो तो ‘फूलों’ की तरह… और बिखरो तो ‘खुश्बू’ की तरह । (श्री धर्मेंद्र)
दो दिन की ज़िंदगी है, इसे दो उसूलों से जिओ – रहो तो ‘फूलों’ की तरह… और बिखरो तो ‘खुश्बू’ की तरह । (श्री धर्मेंद्र)
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