Month: January 2013
राग
कोई किसी के लिये नहीं रोता । रोते हैं, अपने राग के कारण । ज्ञानी के परिवारजनों का भी विछोह होता है, वह क्यों नहीं
संवर
भाव संवर के 62 भेद – 5 व्रत, 5 समिति, 3 गुप्ति, 10 धर्म, 12 अनुप्रेक्षा, 22 परिषह जय और 5 चरित्र । विशुद्ध परिणामों
सकारात्मकता
मराठी में “फेल” होने को “ना पास” कहते हैं, “फेल” नहीं । श्री एस. के. जैन – मुम्बई
God
Happiness keeps you sweet, trials make you strong, sorrow makes you humble, success keeps you glowing, and God keeps you going. (Mrs. Ekta Tripathe)
इंसान
जो सफ़र की शुरूआत करते हैं, वो ही मंज़िल को पार करते हैं, बस एक बार चलने का हौंसला तो करिये, अच्छे इंसान का तो
ख़ुशी
ख़ुशी के लिये कुछ करोगे, तो ख़ुशी शायद ना मिले, लेकिन ख़ुश हो कर कुछ भी करोगे, तो ख़ुशी ज़रूर मिलेगी । (ड़ॉ अमित)
Impossible
Start by doing what is Necessary, then what is Possible, and Suddenly you will find you are doing Impossible. (Mr. Pranjal)
अड़ना
अच्छी चीज़ पर भी अड़ना नहीं चाहिये । क्यों नहीं ? यदि अड़ गये तो उससे भी अच्छी चीज़ कैसे मिलेगी !! हमेशा ऊपर जाने
शुद्धोपयोग
केवलज्ञान की अपेक्षा शुद्धोपयोग भी अशुद्धोपयोग है, अशुभपयोग और शुभपयोग की अपेक्षा ही शुद्धोपयोग है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
ख़राब समय
हमारे जीवन में ख़राब समय आता क्यों है ? क्योंकि हम समय ख़राब करते रहते हैं । आत्मकल्याण के लिये जो समय मिला था, उसे
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