Day: May 12, 2013
मंज़िल
May 12, 2013
रास्ते कहां खत्म होते हैं ज़िंदगी के सफ़र में, मंज़िल तो वही है जहां ख़्वाइशें थम जायें । (श्री धर्मेंद्र)
रास्ते कहां खत्म होते हैं ज़िंदगी के सफ़र में, मंज़िल तो वही है जहां ख़्वाइशें थम जायें । (श्री धर्मेंद्र)
Recent Comments