Month: June 2013
क्षमा
मनुष्य ही क्षमा धारण कर सकते हैं, देवता भी नहीं । देवता तो अमृत पीकर भी ईर्ष्या करते हैं । आचार्य श्री विद्यासागर जी
उत्तराखंड़ का हादसा
बड़ी अजीब सी है मौत भी ! कभी कभी उस जगह मिल जाती है , जहाँ अक्सर लोग ज़िंदगी के लिये दुआ मांगते हैं !!
Effort
Effort is never wasted even when it leads to disappointing results, Because it always makes us stronger, more capable & more experienced. (Mr. Deepak –
रागद्वेष
राग में पास बुलाना है, द्वेष में दूर करना है । इस खींचातानी में आत्मा में स्पंदन/Vibration होते रहते है, इससे कर्मबंध होता है ।
प्राप्ति
अपनी जितनी भावनायें हो, उतना हमें मिले ही, ऐसा नियम नहीं है । आचार्य श्री विद्यासागर जी (फिर वे भावनायें संसारिक हो या पारमार्थिक, मुख्यता
Begging
A poor person begs outside the temple. Whereas a rich person begs inside the temple. Strange but true….. (Dr. S. M. Jain)
श्रद्धा
श्रद्धा दीपक का प्रकाश है, विवेक आँखें हैं । प्रकाश गड़ड़े से बचाने में सहायक होगा, पर बचायेगा विवेक ही । श्री रामकृष्ण परमहंस
क्षोभ
गिलास में मुठ्ठी भर नमक ड़ाल दो तो पिया नहीं जाता, जबकि बड़े तालाब में ड़ालने से मिठास में कोई अंतर नहीं आता । यदि
Happiness
There is only one person who could ever make you happy, and that person is YOU. (Mrs. Ekta)
व्यवहार/व्यवसाय
बड़े Shopping Mall के अंदर कोयले का व्यवसाय करने लगो तो हँसी के पात्र बनोगे, टाल लेकर वही काम करो तो ठीक है। मनुष्य पर्याय
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