Day: June 27, 2013
रागद्वेष
June 27, 2013
राग में पास बुलाना है, द्वेष में दूर करना है । इस खींचातानी में आत्मा में स्पंदन/Vibration होते रहते है, इससे कर्मबंध होता है ।
राग में पास बुलाना है, द्वेष में दूर करना है । इस खींचातानी में आत्मा में स्पंदन/Vibration होते रहते है, इससे कर्मबंध होता है ।
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