Month: November 2013

अर्थ

अर्थ* से अर्थ** के आकर्षण को अर्थहीन करें । आचार्य श्री विद्यासागर जी * शास्त्र/गुरुवाणी के अर्थ ** धन दौलत

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दृष्टि

जड़* पर दृष्टि रहे तो, जड़ मज़बूत, गहरी होगी । जड़* का स्वभाव समझ आयेगा । * Root मुनि श्री विनिश्चयसागर जी

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दया

चढ़ती रहें चादर मज़ार पर, और बाहर बैठा फ़कीर ठंड़ से ना मर जाये ।

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वक़्त

मेरे पास वक़्त नहीं है नफ़रत करने का उन लोगों से जो मुझसे नफ़रत करते हैं, क्योंकि मैं व्यस्त हूँ उन लोगों में जो मुझसे

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निर्वेग

वेग में तो पढ़े/बिना पढ़े सब बराबर हो जाते हैं । विकलता के साथ तो धार्मिक क्रियायें/वैराग्य भी सही नहीं है । आचार्य श्री विद्यासागर

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मोह/ज्ञान

मोह फोड़ा है, ज्ञान उसे ढ़कने वाला खुरंट, यदि ज्ञान रूपी खुरंट हटाते रहे तो घाव नासूर बन जायेगा । मोह की खुजलाहट तो होगी

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Life

Sometimes you have to photoshop your life. Touch up edges, adjust the tones, blur the background, focus on yourself & crop some people out. (Mrs.

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जीवन

सारंगी जीवन है, सारंगी के ज्ञान रूपी तारों को , साधना रूपी ऊँगुलियों से बजाया तो मधुर संगीत निकलेगा, वरना ये सारंगी कवाड़ा हो जायेगी ।

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मंगल आशीष

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November 30, 2013

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