Month: February 2014
भगवान/सेवक
किसी कम्पनी का मालिक आपको किसी बड़े इनाम की घोषणा करता है या आपकी पदोन्नती करता है तो उसका आदेश तो मालिक खुद नहीं निकालता
Resposbility
I am responsible for what I spoke., but not for what you understood. (Ms. Namita – Surat)
भाषा/आचरण
जो भाषा बहुत मीठी और शिष्ट होती है उसके प्रयोग करने वाले प्राय: हिंसा में विश्वास रखते हैं । सो प्रधानता वचन की नहीं क्रिया
कर्म/नोकर्म
कर्म – आत्मा के योग परिणामों के द्वारा किया जाता है । नोकर्म – कर्म के उदय से होने वाले औदारिक आदि रूप पुदगल परिणाम, जो
Life
Life is not about finding the right person, but creating the right relationship, it’s not how we care in the beginning, but how much we
आकर्षण
लोभ जाग्रत कराने में आकर्षणता का भी सहयोग है । इसीलिये पहले समय में आकर्षक चीजों को ढ़ंककर सुरक्षा में रखते थे, आजकल प्रदर्शित करते
कौन हो तुम ?
सत्य की तलाश में एक ज़िज्ञासु गुरु के दरवाजे पर पहुँचा, खटखटाया । गुरु – कौन हो ? शिष्य – इस प्रश्न के उत्तर की
Life
Life can give us lots of beautiful persons but only one person is enough for a beautiful life. (Ms. Namita – Surat)
घड़ी
सैकिंड़ की सुई – विचार मिनिट की सुई – क्रियाऐं घंटे की सुई – उन्नति (आत्मोन्नति) सैल – आयु सैल समाप्त होने से पहले आत्मोन्नति
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