Month: August 2014

उत्तम मार्दव धर्म

मान करने से नीच गोत्र का बंध होता है, अपनी प्रशंसा, दूसरों की निंदा करना भी मान का ही रूप है। मान को अपने जीवन

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सहनशीलता

झील को पत्थर स्वीकार तो करने होंगे , पर तरंगे न उठें । उठें ,तो पीछे हट जाओ; फिर पत्थर का आवाह्न करो । ब्र.

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Listener

Mother listens to her child when he cries. God listens to everybody even when they don’t cry. Chintan

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सांसारिक/आत्मिक सुख

खाज को खुजाने में सुख तो है, पर यह सांसारिक सुख है । खाज होना ही नहीं, आत्मिक सुख है । सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति

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धर्म/विज्ञान

धर्म द्वारा सिद्ध किए गए सिद्धांतों/कथनों को ही आज विज्ञान सिद्ध कर रहा है । मुनि श्री विश्रुतसागर जी

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Peace

If you want peace, don’t talk to your friends, talk to your enemies.

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आश्रवबंध

क्या भावाश्रव/द्रव्याश्रव, भावबंध/द्रव्यबंध अलग अलग समयों में होंगे ? नहीं, वरना 10 वे गुणस्थान के अंत में कषाय सहित किया गया आश्रव 11, 12वे गुणस्थान

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पूर्ण आनंद

कहानी/पिक्चर शुरू से देखो तो पूरा आनंद आता है । जीवन में संयम/धर्म शुरु से रहे तो पूर्ण आनंद । चिंतन

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मंगल आशीष

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August 31, 2014