Month: September 2014

एकला

जिनमें अकेले चलने के होसले होते हैं, उनके पीछे एक दिन क़ाफिले होते हैं। (श्रीमती हैपी) मोक्षमार्ग में, क़ाफिले इसलिए चलते हैं, क्योंकि इससे- अकेले

Read More »

पर्दा

शर्म का एक अर्थ शांति है। स्त्रीओं में शर्म/पर्दा शांति के निमित्त हुए। चिंतन

Read More »

Non-Violence

A movement started from Berlin & Turkey for use of Non-violent & Eco-friendly food & fashion, saying NO to Silk,wool,leather, pearls, bone china. They believe

Read More »

संगति

नाली का पानी यदि गंगा में मिल जाये तो गंगाजल बन जाता है, (पर सावधान-) यदि गंगा का पवित्र जल नाली में डाल दो तो

Read More »

मन

पानी कीचड़ बनाता है, पानी ही कीचड़ साफ़ करता है। मन में विकार आते हैं, मन से ही विकार दूर होते हैं।

Read More »

अनंत/अव्याबाध सुख

अरिहंत भगवान के अनंत सुख तो है पर अव्याबाध सुख नहीं है, क्योंकि उनके अभी वेदनीय कर्म का उदय है, पर अव्याबाध सुख सिद्धों के

Read More »

पुरुषार्थ और फल

एक मिट्टी से ही चिलम भी बनती है तथा घड़ा भी, चिलम दूसरों को जलाती तथा खुद भी जलती, घड़ा खुद ठंडा तथा दूसरों को

Read More »

Today/Tomorrow

A beautiful tomorrow never comes. When it comes… …Its already TODAY. In the search for beautiful tomorrow… …don’t lose your wonderful Today.. (Mrs. Parul –

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

September 30, 2014

September 2014
M T W T F S S
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
2930