Month: November 2014
ज्ञान/चारित्र
ज्ञान का सम्मान होता है, पूजा नहीं । पूजा तो चारित्र की ही होती है । मुनि श्री विश्रुतसागर जी
फल
भिखारी भजन गाकर भीख माँग रहा था । सेठानी रोटी लेकर खडी रही पर रोटी दे नहीं रही थी । सेठ – रोटी दे क्यों
Fame and Aim
Don’t strive to make your presence noticed, just make your absence felt. (Mr.Gaurav)
निर्मोह
आचार्य श्री से किसी ने पूछा – आपके इतने चाहने वाले हैं, सब आपको याद करते रहते हैं तो आपको हर समय हिचकी आती रहती
10, 11, 12 गुणस्थान
9वें गुणस्थान के तरह, इन गुणस्थानों में भी एक समयवर्ती जीवों के भाव एक से होते हैं । 13वें गुणस्थान तथा आगे ,अलग अलग समयवर्ती
Life
Every day starts with some expectation, and every day ends with experience. This is Life. Where expectations end, experiences start. (Mrs.Divya from London)
परिवर्तन
परिवर्तन पीड़ादायक नहीं, परिवर्तन का विरोध पीड़ादायक होता है। गौतमबुद्ध
Patience
I asked God for patience, he gave me opportunities to be patient. (Mr.Pushkin)
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