Day: January 18, 2015
स्नेह/वात्सल्य
January 18, 2015
क्रूर प्राणी को भी स्नेह हो सकता है, इसीलिये इसे प्रमाद में रखा है । वात्सल्य को सम्यग्दर्शन का अंग कहा है । मुनि श्री
Mind
January 18, 2015
Mind is like a magnet , if it is full of blessing, it will attract blessing. If it is full of curse, curse will be
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