Day: March 23, 2015

सुधारना / सुधरना

मेरी गलतियाँ मुझसे कहिये, औरों से नहीं ; सुधरना मुझे है, औरों को नहीं । (शिल्पी-हैदराबाद)

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बिम्ब दर्शन

सम्यग्दर्शन भगवान के प्रत्यक्ष दर्शन से ज्यादा, जिनबिंब दर्शन से क्यों हो जाता है ? सम्यग्दर्शन विश्वास का विषय है, प्रत्यक्ष दर्शन में विश्वास वाली

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धर्म

प्रायः , धर्म याने अपना अपना काम, जैसे चोर चोरी को अपना धर्म कहता है। पर असली धर्म के माने हैं – जो अपना काम*

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मंगल आशीष

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March 23, 2015