Month: June 2015
Cause
A great flame follows a little spark. ( धर्म तथा अधर्म दोनों ही क्षेत्रों में )
आत्मीयता
आत्मीयता आत्मानुशासन की पृष्ठभूमि में ही फलित होती है। गुरूवर मुनि श्री क्षमासागर जी
Perspective
Be a player who runs for GOAL, not a referee who looks for fault. (Parul-Delhi)
दुर्गुण
कुआँ भी अपनी छाया दूसरों पर नहीं पड़ने देता है । (श्री रत्न सुंदर सूरीश्वर जी) अपने दुर्गुणों का साया कम से कम अपने बच्चों
सुख
सुख की परिभाषा – डाक्टर/ बीमार – शरीर की निरोगता ज्योतिषी – घटनाओं की अनुकूलता धर्म – परोपकार/ त्याग/तप। तो सच्चा सुख क्या ? जो
प्रभाव
धर्म का प्रभाव क्यों नहीं हो रहा ? क्योंकि हम जीवन में धर्म का अभाव महसूस नहीं करते हैं , इसलिये धर्म जानने/ समझने के
Life
Life is combination of compromises and adjustments. You adjust when someone wants to be with you, and compromise when you want to be with someone.
Recent Comments