Month: August 2015
निमंत्रण
कृष्ण ने दुर्योधन का भोजन का निमंत्रण स्वीकार न करके, विदुर का स्वीकारा। कारण बताते हुए उन्होंने कहा- निमंत्रण स्वीकार करने के 3 कारण होते
वैक्रियक शरीर
चक्रवर्ती का वैक्रियक शरीर उनके औदारिक शरीर से निकलता है इसीलिये इन सब शरीरों से संतान भी पैदा होती रहती हैं। बाई जी
Friend / Family
Last 3 letters in “Friend” are – “END” , in “Family” – “ILY” (I Love You). Both the words start with “F” (Familiar), but ends
रक्षाबंधन
सभी बहनों से विनम्र निवेदन – इस राखी पर जब आपका भाई आपसे पूछे की क्या उपहार चाहिए तो उससे कहिये कि वह दूसरों की
भाग्य / पुरुषार्थ
पंजा (रेखाऐं) नहीं बाहु (पौरुष) देखो । आचार्य श्री विद्यासागर जी
Respect/Help/Confession
Respect the old when you are young. Help the weak when you are strong. Confess the fault when you are wrong. Because… one day in
शांति
घर में शांति बनाये रखने के लिये क्या करें ? आचार्य श्री – मान कम कर लो । (विमल-ग्वालियर)
रागादि परिणाम
अशुद्ध निश्चय नय से ये आत्मा के ही होते हैं ,पौदगलिक नहीं । आचार्य श्री विद्यासागर जी (जैसे सम्यक् मिथ्यात्व, पानी मिला दूध है, पानी
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