Month: August 2015
अपच
August 5, 2015
भोजन न पचने पर चर्बी बढ़ती है, वैभव न पचने पर अहंकार, और पुण्य न पचने पर पाप। (डा.अमित)
मित्र
August 4, 2015
२ प्रकार के- १) कृष्ण जैसे, आपके लिये लड़ें नहीं, पर सही मार्ग-दर्शन दें २) कर्ण जैसे, आपके गलत होने पर भी, आपकी ओर से
Faith
August 3, 2015
Faith is- taking the first step even when you don’t see the whole staircase.
कद / मन
August 2, 2015
इतना छोटा कद रखिये कि सभी आपके साथ बैठ सकें, और इतना बड़ा मन रखिये कि जब आप खड़े हों तो कोई बैठा न रह
काललब्धि
August 2, 2015
अलग अलग जीवों के पुरूषार्थ अलग अलग, सो उनकी काललब्धि भी अलग अलग । मुनि श्री कुंथुसागर जी
उलझन
August 1, 2015
हम समझते कम, समझाते ज्यादा हैं इसीलिये सुलझते कम, उलझते ज्यादा हैं । ( अरुणा)
Recent Comments