Day: October 22, 2015
अच्छाई / बुराई
October 22, 2015
मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख , जो सामने खड़ी भीड़ से बार बार पूछ रहा था….. “तुम में से कोई
मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख , जो सामने खड़ी भीड़ से बार बार पूछ रहा था….. “तुम में से कोई
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