Day: October 30, 2015
प्रवाह
October 30, 2015
नल (Plunger) जब अंदर की तरफ़ जाता है, पानी का प्रवाह बाहर जाना रुक जाता है । उपयोग जब आत्मा की ओर जाता है, बाहर
अनंत
October 30, 2015
काल पर्यायात्मक अनंत है, जीव द्रव्यात्मक । पं. श्री मूलचंद्र लुहाड़िया जी
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