Month: November 2015

विवेक

कुत्ते से डर गये तो वह शेर हो जायेगा । शेर से नहीं डरें, तो वह कुत्ता (दुर्गति) बना देगा । चिंतन

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कर्मोदय

सब कर्मों की वर्गणाऐं उदयकाल आने पर झरती रहतीं हैं । पर जिनको बाहरी निमित्त मिल जाता है उनका उदय कहलाता है, इसे रसोदय कहते

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मान

हो कोड़ी के, मान पसेरी के । मुनि श्री कुंथुसागर जी

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दिमाग

पूरे शरीर की 25% शक्ति दिमाग में लगती है । यदि दिमाग में कुविचार/संक्लेश भाव रखे तो 25% Energy समाप्त/बेकार हो जायेगी । ( गौरव

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Judgement

The moment when you feel – You are qualified enough to judge others, that is the moment you make your first wrong judgement . (Parul-Delhi)

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शाश्वत सत्य

मुसीबत में ये मत सोचो ..कि कौन- कौन काम आएगा ? बल्कि ये सोचो कि कौन-कौन छोड़ के जायेगा ?? (अरविंद)

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तम्बाकू

सब चीजें खींचने से बढ़तीं है, बीड़ी, सिगरेट खींचने से घटती हैं, जीवन को घटाती हैं । गुटका उम्र को गुटक जाता है । मुनि

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उदय/बंध

जिस कर्म प्रकृति का उदय होता है, प्राय: उसी का बंध भी होता है । जैसे अंतराय के उदय से कार्य सिद्धि नहीं हुई तो

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मंगल आशीष

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November 30, 2015

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