Day: December 23, 2015
माफ़ी
December 23, 2015
माफ़ कर दो उनको, जिनको तुम भूल नहीं सकते; भूल जाओ उनको, जिनको तुम माफ़ नहीं कर सकते । (गुड़िया शर्मा-पुणे)
निर्जरा
December 23, 2015
सविपाक तथा अकाम निर्जरा सब जीवों के (सम्यग्दृष्टि व मिथ्या दृष्टि के भी), अविपाक वृतियों के, पर सम्यग्दर्शन के सम्मुख खड़े पहले गुणस्थान वाले के
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