Month: January 2016

Relationship

The purpose of relation is not to have someone who may be with you completely But To have someone with whom you can share Your

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जीवन

जीवन, मृत्यु की ओर जाने की अविरत यात्रा है । क्या हम जीवन भर, सब कुछ मृत्यु के लिये ही नहीं कर रहे !!

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प्रण

धर्म पेड़ है, प्रण शाखा, करुणा जड़ , बिना करुणा के धर्म और प्रण लकड़ा बन जाते हैं । महाभारत

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पूजा

भारत आदि में हिन्दू, सूरज की पूजा करते हैं, काबुल आदि में चाँद की । जहाँ-जहाँ ठंडक रहती है, वहाँ-वहाँ सूरज की पूजा, तपस वाली

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Insult

If you are insulted, consider him “in-tension”, not with “intension” (Intention) (Parul-Delhi)

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स्वाध्याय

स्वाध्याय के काल में ज्ञानावरणादि का तीव्र अनुभाग, संक्रमण/अपकर्षण करके मंद हो जाता है, तथा प्रतिसमय असंख्यात गुणी निर्जरा होती है तथा पुण्य का तीव्र

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स्वाभिमान

दिखावा करने वालों के स्वाभिमान नहीं होता । (वे तो दूसरों को ही महत्व देते रहते हैं ) मुनि श्री कुंथुसागर जी

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समीपता / दूरियाँ

कुँआ इतना दूर ना हो कि शुद्ध पानी भी ना पी पायें, इतना पास भी न हो कि खतरा हो जाय । गुरू के अति

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मंगल आशीष

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January 15, 2016