Day: March 9, 2016

प्रभावक

प्रभावक जिसे देखकर धर्म की याद आये । अप्रभावक जिसे देखकर संसारिक भोगों की । श्रेणिक चरित्र – (एस.सी.जैन-लखनऊ)

Read More »

विग्रह गति में पर्याप्तियाँ

विग्रह गति में सब जीवों को अपर्याप्तक ही माना जाता है क्योंकि पर्याप्तक/अपर्याप्तक के अलावा किसी भी जीव की तीसरी अवस्था नहीं होती है ।

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

March 9, 2016