Month: December 2016

अच्छाई

यदि अच्छे बन नहीं सकते, तो कम से कम, अच्छे दिखिये । ताकि आप को देख कर दूसरे तो अच्छे बनें ।

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बेहतर

ज़िंदगी में कभी-कभी लोग “बेहतर” की तलाश में “बेहतरीन” को खो देते हैं  ।

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आयुबंध

जघन्य स्थिति – बंध (अंतर्मुहुर्त) संख्यात वर्ष वाले तिर्यंच/मनुष्यों में होती है । तत्वार्थसूत्र टीका – 507 देव/नारकियों के इसीलिये नहीं क्योंकि यह अंतर्मुहुर्त क्षुद्र-भव

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मंज़िल

किसी की अंतिम यात्रा में जाओ तो यह मत समझना कि आप उसे उसकी मंज़िल पर ले जा रहे हैं… बल्कि , यह समझना कि

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Forgiveness & Unity

No matter how many times the teeth bites the tongue, they still stay together in one mouth. That is the spirit of FORGIVENESS. Even though

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दुनिया

दुख में स्वयं की एक उँगली ही आँसू पोंछती है, और सुख में दसों उँगलियाँ ताली बजाती हैं । जब अपना शरीर ही ऐसा करता

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दान

पुरानी मिठाई घर ही रखे रहने से सड़ेगी, बदबू फैलाएगी । बाँटने में अपना भला ज़्यादा है । ऐसे ही अन्य परिग्रहों के बारे में

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तैयारी

सब कुछ देने के बदले में हीरा लेना चाहोगे या भूसा ? जबाब नहीं देना, सिर्फ़ सोचना – क्या लेने की तैयारी कर रहे हैं

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आज़माइश

एक शैतान ने एक बुज़ुर्ग से कहा तुम्हें ईश्वर पर बहुत विश्वास है ? तो एक काम करो, एक ऊँचे पहाड़ से छलांग लगा कर

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मंगल आशीष

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December 31, 2016

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