Day: November 4, 2018
नोकर्म / नोकषाय
November 4, 2018
नोकर्म/नोकषाय वह जो बिना कर्म/कषाय के प्रभावक न हो । मुनि श्री सुधासागर जी
सतयुग / कलयुग
November 4, 2018
जहाँ बुरा बूरा लगे, वहाँ सतयुग, जहाँ खरा अखरे ,वहाँ कलयुग ! आचार्य श्री विद्यासागर जी
Recent Comments