Month: January 2019
कषाय
बिच्छू के काटने पर तड़पता रहता है, सो (नींद) नहीं पाता, ऐसे ही नारकी जीव क्रोध और हिंसा भावों से, मनुष्य/त्रियंच पर्याय में भी यही
ताल्लुक
दरख्त़ों से ताल्लुक का हुनर कुछ सीख लो दोस्तों… जड़ों में ज़ख्म लगते हैं… तो टहनियां सूख जाती हैं…! 🙏🏻 सुरेश 🙏🏻
सामायिक
1. अभ्यास रूप – दूसरी प्रतिमा तक, दो बार 2. सामायिक प्रतिमा – तीसरी प्रतिमा, तीन बार 3. सामायिक आवश्यक – मुनियों के, तीन बार
उपादान/निमित्त
भावना उपादान प्रधान, कार्य निमित्त प्रधान । जब भावना पक जाये तब निमित्त की ओर देखना चाहिये जैसे बच्चा बड़ा होने पर स्कूल की ओर,
आराधना
पूरी साल आराधना करना तो पढ़ाई है । पर जिस दिन आराधना ना हो पाये, उस दिन कितना अफसोस होता है/कितना प्रायश्चित लेता है, यह
इंद्रियाँ
ये अपावन नहीं हैं, क्योंकि ये पुण्य से मिली हैं । और पुण्य ! जो आत्मा को पवित्र करे । तो पवित्र हुयीं ना !!
Praise / Defamation
If I enjoy praise, it means I can easily be hurt by defamation.
निर्जरा
कुंआ खाली करना ज्यादा कठिन नहीं (70 कोड़ा कोड़ी को अंत: कोड़ा कोड़ी, सम्यक्त्व प्राप्त करके कम कर सकते हैं) । पर नीचे के श्रोतों
मोह / वात्सल्य
नदी और नाव का सम्बंध वात्सल्य है, यदि नाव छिद्र रहित हो, तब नदी नाव को मंज़िल तक ले जाने में सहायक है । छिद्र
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