Month: March 2019
मूर्ति
मूर्ति पर चमक की वज़ह से नज़र टिकती नहीं, इस वज़ह से पत्थर की मूर्तियों में प्राय: अतिशय अधिक पायी जाती है । 2) पत्थर
आत्मानुभूति
एक बार गांधी जी General Class में यात्रा कर रहे थे । एक गाँव वाला आया और गांधी जी को धक्का मार कर बैठ गया
आदिनाथ भगवान
आदिनाथ भगवान का जन्मदिन श्रावकों के लिए विशेष महत्व का है । क्योंकि उन्होंने ही सर्वप्रथम जीवन चलाने की पद्धति (खेती, व्यापार, कला, रक्षा आदि)
शुभ/अशुभ लेश्या
अशुभ लेश्या वाले बुद्धिप्रधान, पड़ी चीजें उठाने का मन । शुभ लेश्या वाले ज्ञान/धर्म/विवेक प्रधान, पड़ी चीजें लौटाने का मन । शुभ लेश्या पुरुषार्थ से
आचार्य जिनसेन
दो आचार्य जिनसेन नाम से समकालीन हुये हैं, एक हरवंश पुराण के रचयिता हैं, दूसरे आदिपुराण के । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
निमित्त का कर्तव्य
बलवान निमित्त का कर्तव्य है कि वह कमज़ोर निमित्त को झूठ बोलने के लिये मज़बूर ना करे । जैसे उधारी वापस ना कर पाने वाले
सुख / दुःख
सुख, व्यक्ति के अहंकार की परीक्षा लेता है, जब कि… दुःख, व्यक्ति के धैर्य की । दोनों परीक्षाओं में उत्तीर्ण व्यक्ति का जीवन ही सफल
जिनबिंब दर्शन
जिनबिंब दर्शन ना मिलने पर दिगम्बर साधु के दर्शन से नियम की पूर्ति हो जायेगी, पर जिनवाणी के दर्शन से नहीं क्योंकि जिनवाणी में जिनबिंब
शास्त्र-ज्ञान
आर्यिका को उत्कृष्ट ज्ञान – 11 अंग तक का हो सकता है ; (चक्रवर्ती की पत्नि सुलोचना को आर्यिका बनने पर हुआ था ) पर
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