Month: March 2019

अहम्

अहम्… जिनमें कम होता है… अहमियत… उनकी ज्यादा होती है.. (सुरेश)

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राग

घी का घड़ा फूट ना जाये, सो घड़े से राग, सम्यकदृष्टि भगवान से राग ऐसे ही, उनके गुणों से । मिथ्यादृष्टि संसार बढ़ाने के लिये

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सामान्य केवली

1008 शुभ लक्षण, 5 कल्याणक वाले तीर्थंकरों के ही, अन्य केवलियों के नहीं । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी

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संसार / मोक्ष

संसार – संयोग संबंध बनाना/सच्चा मानना, मोक्ष – संयोग संबंध छोड़ना/झूठा मानना ।

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पंचवर्ण

ये 5, पंचपरमेष्ठी को Represent करते हैं, इसीलिये ध्वज में भी यही रखे गये हैं । लोक के समस्त परमाणु इन्ही वर्णों के हैं ।

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ज्ञान / ध्यान

समीचीन उद्देश्य बनाने के लिये ज्ञान की आवश्यकता है, पर उसे पूर्ण करने के लिये ध्यान की । आचार्य श्री विद्यासागर जी

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मिथ्यादृष्टि

Sign Board में तापमान सही लग रहा था । अचानक दृष्टि “समय” पर गयी, वह बिलकुल गलत बता रहा था, तो तापमान पर विश्वास रहेगा

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मूर्ख

मूर्ख— वो जो जेल से छूटकर आने पर आरामदायक/सुखदायक घर में जेल की याद करे । और हम ! भगवान के मंदिर में घर की

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मंगल आशीष

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March 7, 2019