Month: May 2019
देव / नंदीश्वर-द्वीप
पर्वों पर देव नंदीश्वर-द्वीप में पूजा करने अपने विमानों को छोड़कर इसलिये चले जाते हैं क्योंकि विमानों में भोगविलास चलते रहने से इतनी शुद्धता नहीं
स्वावलम्बन
छतरी बरसात से तो बचा सकती है, पर डूबने से बचाने में सहायक नहीं हो सकती ।
आत्म-चिंतन
अशुद्ध आत्मा, शुद्ध आत्मा का चिंतन कैसे कर लेता है । श्री विमल आज्ञा-विचय से । पं. रतनलाल बैनाड़ा जी ।
गणधरों को मोक्ष
आदिनाथ भगवान के बृषभसेन तथा अनंतवीर गणधर, भगवान से पहले मोक्ष चले गये थे । मुनि श्री सुधासागर जी/पं. रतनलाल बैनाड़ा जी
भाग्य / पुरुषार्थ
भाग्य बीज है, पुरुषार्थ बोना । उचित फसल (फल) लेने के लिये दोनों आवश्यक हैं । मुनि श्री सुधासागर जी
जिनबिंब दर्शन और सम्यग्दर्शन
जिनबिंब दर्शन से सम्यग्दर्शन देवों को नहीं क्योंकि जो भगवान के दर्शन साक्षात करते हैं उनको जिनबिंब से इतनी विशुद्धता नहीं हो पाती । मुनि
जिनवाणी
पूजा वाली लाल पुस्तक को प्राय: जिनवाणी कहा (और उस पर लिखा भी रहता है) जाता है, कारण ? उसमें लिखी पूजादि ही साधारणजन नित्य
निंदा / मान
निंदा सुनने/सुनाने में मान को सुकून मिलता है । गुरुवर मुनि श्री क्षमासागर जी
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