Day: September 11, 2019
अरहंत-भक्ति
September 11, 2019
इससे ही भीतर बैठे होनहार अरहंत-पद की पहचान होती है, अपने आप से नहीं । आचार्य श्री विद्यासागर जी
उत्तम आकिंचन्य
September 11, 2019
• आकिंचन्य = किंचित भी मेरा नहीं । • पूर्ण त्याग के बाद जो बचा, वह आकिंचन्य । • बाज़ार में एक से बढ़कर एक
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