Day: September 16, 2019
विग्रह गति में लेश्या
September 16, 2019
विग्रह गति में भाव लेश्या छहों हो सकती हैं, पर द्रव्य लेश्या कापोत ही होती है । पं रतनलाल बैनाड़ा जी
आचरण
September 16, 2019
पिंजरा तो खुल गया परंतु पंख ही न खुले तो क्या होगा ? दीपक तो जल गया परंतु आँख ही न खुले तो क्या होगा
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