Day: October 6, 2019

ज्ञेय / हेय

ज्ञेय तो हेय है । आचार्य श्री विद्यासागर जी क्योंकि जिसे जानोगे उससे रागद्वेष होगा ही, सो हेय हो जायेगा । पं श्री रतनलाल बैनाड़ा

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तप / त्याग

त्याग बाह्य वस्तु का, तप अंतरंग इच्छाओं का (इच्छा निरोध: तप:) मुनि श्री सुधासागर जी अपेक्षा निरोधः तपः आचार्य श्री विद्या सागर जी

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मंगल आशीष

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October 6, 2019