Month: November 2019
आहारक में प्राण/पर्याप्तियाँ
आहारक शरीर बनते समय 10 प्राण ही रहेंगे क्योंकि जब आहारक – शरीर नामकर्म का उदय होता तब औदारिक का उदय नहीं रहेगा । ऐसे
Love
In those places where the Tsunami hit and destroyed things, people still go to the beach and love the sea. Action: Identify relationships that you
पुण्योदय / पापोदय
पुण्योदय में सब श़रीक होने आते हैं जैसे भगवान के कल्याणक के समय । पापोदय में वे ही काम आयेंगे जिनके आप पहले काम आये
Intelligence
Artificial intelligence is no match for natural stupidity .
कषाय
यदि कषाय से दूर रहना है तो कषायीओं (कसाइओं) से दूर रहें । (अलका – नोयड़ा)
निद्यति / निकाचित
निद्यति/निकाचित ऐसे जघन्य अपराध हैं, जिनकी जमानत भी नहीं होती । मुनि श्री सुधासागर जी
गांठ
गांठ पड़ते ही धागादि छोटे हो जाते हैं । मन में गांठ पड़ते ही मन भी छोटा (खोटा) हो जाता है । यदि गांठ पड़
कीमत
जो नि:शुल्क है वही सबसे ज्यादा कीमती है, जैसे हवा, पानी, नींद, शांति, आनंद, प्रकाश और सांसें । (सुरेश) (और हम इनको ही सबसे कम
Recent Comments