Day: December 4, 2019
पंचम – काल
December 4, 2019
अंधेरा ही अंधेरा है (वातावरण), मैं अंधा हूँ, मेरा गुरू भी अंधा है (विशेष ज्ञान नहीं), हाथ में लाठी भी नहीं (हीन संहनन), राह उबड़-खाबड़,
अधूरे
December 4, 2019
हम अधूरे क्यों ? हम दृश्य को ही जानते/जानना चाहते हैं । जबकि अदृश्य, दृश्य से अनंतगुणा है । मुनि श्री महासागर जी
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