Month: December 2019
तत्व / द्रव्य
December 21, 2019
तत्व सामान्य, बहुतों में एक सा, जैसे सोना आभूषणों में । द्रव्य सबमें अलग अलग जैसे एक-एक जीव, अनंत जीवों में । तत्व भावात्मक है,
मान
December 21, 2019
मान तभी आता है, जब हम मान लेते हैं (कि हम बड़े हैं) । निर्यापक मुनि श्री वीरसागर जी
द्रव्य
December 19, 2019
हर द्रव्य अपना स्वतंत्र अस्तित्व बनाये रखता है । मुनि श्री प्रणम्यसागर जी
असंख्यात गुणी निर्जरा
December 18, 2019
5वें गुणस्थान और आगे तो निरंतर असंख्यात गुणी निर्जरा, पर सम्यग्दृष्टि के भी अच्छे भावों के साथ णमोकार/पूजा/स्वाध्याय के समय भी हो सकती है ।
मान्यतायें
December 18, 2019
मान्यतायें सबकी अलग अलग हो सकती हैं । सही/गलत का निर्णय प्रयोग (चारित्र) से ही हो सकता है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
बिना आबाधा के कर्मबंध
December 17, 2019
एक समय वाला कर्मबंध बिना आबाधा काल के होता है । आचार्य श्री विद्यासागर जी
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