Month: January 2020
अष्टानिका में विधान
अष्टानिका में विधान का फल अन्य समय में किये गये विधान से अधिक होता है । जैसे मौसम के फल का स्वाद अन्य समय के
Retirement
Don’t simply retire from something: have something to retire to.
कर्मवर्गणा
2 बच्चों को एक सी गुड़ियाऐं लाकर दीं । पहचान कराने एक पर हँसता हुआ तथा दूसरे पर रोता हुआ चेहरा बना दिया । थोड़े
कर्म फल
पार्श्वनाथ ने एक साँप बचाया, हमने ना जाने कितने ! इस घटना को इतना महत्व क्यों ? महत्व इसका है – कि किसने किसको बचाया
आत्मा / भगवान
जो शरीर में आत्मा नहीं देख पाते, वे ही मूर्ति में भगवान नहीं देख पाते । और वे ही शरीर/भोगों को पुष्ट करने में लगे
स्वभाव / धर्म
गुण/स्वभाव जैसे जीव का ज्ञान/दर्शन, धर्म जैसे जीव का रत्नत्रय । जीव बिना स्वभाव/ज्ञान/दर्शन के रह नहीं सकता, पर जीव बिना रत्नत्रय के धार्मिक* भी
भीष्म की शय्या
भीष्म की शय्या के तीर मोह के थे । वरना तीरों को निकाल कर न फेंक देते ! चिंतन
दक्षिणायन / छोटी दीवाली
दक्षिणायन को इसलिये अशुभ माना जाता है, क्योंकि इसमें रात लंबी होती है/अंधकार ज्यादा । यही तर्क 16 दिन के शुक्ल पक्ष को शुभ मानने
आधार
जलते हैं घी/बाती, नाम दीपक का क्यों ? क्योंकि दीपक, घी/बाती को आधार देता है, और आधार का महत्व क्रियावान से अधिक होता है ।
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