Month: January 2020
भेद-विज्ञान
गृहस्थों का भेद-विज्ञान यानि – 1. आत्मा/शरीर अलग अलग हैं, ऐसी मान्यता मानना, अनुभवन नहीं । 2. दूसरों की वस्तुओं को अपना नहीं मानना ।
Selection
🌸Sugar & Salt may be mixed together, but ants 🐜 reject the salt and carry away only sugar. Select the right people in life and
दु:ख
दुःख के कारण – 1. अज्ञानता 2. असाता उदय 3. मोह 4. निमित्त से उदीरणा जैसे शरीर देखकर…”मैं बूढ़ा हो रहा हूँ” मुनि श्री प्रणम्यसागर
अच्छाई का प्रमाण
दूसरे की अच्छाई में यक़ीन होना, ख़ुद में अच्छाई होने का एक अच्छा प्रमाण है । (सुरेश)
असंज्ञी का ज्ञान
असंज्ञी का मतिज्ञान भी धारणा तक होता है । वे इंद्रियों की सहायता तथा भाव-श्रुत से (संज्ञाओं के उदय में) सारे काम करते हैं ।
भक्ति / शक्ति
भगवान में शक्ति अनंत, गुरू में असंख्यात, दिखती क्यों नहीं ? शक्ति का प्रगटीकरण, भक्ति के अनुपात में ही होता है । (कुछ भक्तों के
एकता
रमजान में “राम” तथा दीवाली में “अली” आता है । त्योहारों में भेद नहीं, हममें क्यों ?
विरोधी हिंसा
विरोधी हिंसा में श्रावक को (ज्यादा) दोष इसीलिये नहीं क्योंकि उसके रक्षा के भाव रहते हैं । मुनि श्री सुधासागर जी
Opportunity
There is no security on this earth, there is only opportunity.
Recent Comments