Day: February 3, 2020
तथास्तु / सदास्तु
February 3, 2020
गुरु वाचन कर रहे हों तो “तथास्तु” (ऐसा ही हो) कहें, साधर्मी के लिये “सदास्तु” । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
आरती
February 3, 2020
आरती में दीपक को चारों ओर घुमाने का अभिप्राय – पूज्य के सम्पूर्ण गुणों को आत्मसात करना ।
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