Day: February 4, 2020
समभाव / सम्यक भाव
February 4, 2020
सम भाव = सत्य/असत्य में तटस्थ, संसार में उपयोगी । सम्यक भाव = असत्य का परिहार, परमार्थ में उपयोगी । मुनि श्री सुधासागर जी
सम भाव = सत्य/असत्य में तटस्थ, संसार में उपयोगी । सम्यक भाव = असत्य का परिहार, परमार्थ में उपयोगी । मुनि श्री सुधासागर जी
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