Day: February 14, 2020
निर्जरा
February 14, 2020
निर्जरा दो तरह से – 1. भोग से (भोगकर) – धीरे धीरे 2. योग से – तेजी से । मुनि श्री प्रमाणसागर जी
मन चंचल
February 14, 2020
मन तो चंचल ही होता है, चाहे साधु का ही क्यों न हो ! आ. श्री शांतिसागर जी – पर साधु मन के विकल्पों को
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