Day: July 3, 2020
णमोकार/भक्तामर
July 3, 2020
णमोकार को पवित्र/अपवित्र किसी भी स्थान पर ध्याया जा सकता है तो भक्तामर को क्यों नहीं ? वैसे तो भक्तामर भक्त की वाणी है, पर
आत्मा
July 3, 2020
आत्मा में स्पर्श/स्वाद/गंध/वर्ण नहीं होता, पर आत्मा ही स्पर्श/स्वाद/गंध/वर्ण को महसूस करती है । चिंतन
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