Day: July 10, 2020

प्रशंसा

सम्यग्दृष्टि प्रशंसा नहीं चाहता, वह तो अपने को पापी/अज्ञानी कहकर/मानकर, सर्वगुणवान की प्रशंसा करता है/सुनना चाहता है, तभी वैसा बन पायेगा । आचार्य श्री विद्यासागर

Read More »

दुर्भाग्य

दुर्भाग्य को जीतना चाहते हो तो … सौभाग्य और दुर्भाग्य में समता भाव रखना/झेलना सीखो । मुनि श्री प्रणम्यसागर जी

Read More »

मंगल आशीष

Archives

Archives
Recent Comments

July 10, 2020