Day: August 3, 2020
स्वर्ग में कर्म-बंध
August 3, 2020
12वें स्वर्ग और ऊपर कर्म-बंध, अंत:कोड़ाकोड़ी सागर का ही होता है । ( 1कोड़ाकोड़ी से कम – कषाओं की मंदता के कारण ) आचार्य श्री
स्वावलम्बन
August 3, 2020
“अगरबत्ती” अपने सहारे जलती है, इसलिये महकती है, फूँक मारने से भी बुझती नहीं है (और ज्यादा जलने लगती है), जबकि “दिया”, घी/बाती/मिट्टी के सहारे,
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